information on about potato in Hindi आलू पूरी दुनिया में चीन और रूस के बाद तीसरा सबसे अधिक उपजाया और खाया जाने वाला देश india है आलू को अधिकतर ठंड के शुरुआत के पहले ही बुवाई करना शुरू कर दिया जाता है और January के end तक पूरी तरह खाने लायक हो जाता है यानी लगभग 3 महीने में आलू का फसल तैयार हो जाता है
आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग पूरी दुनिया के लोग खाना पसंद करते हैं और इसे सभी सब्जियों का राजा भी कहा जाता है आलू के बिना अधिकतर सब्जियां बना कर खाना भी हर किसी को पसंद नहीं होता अगर आप भी आलू को पूरे चाव से खाते हैं और आलू खाना पसंद है और आलू के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें
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Information on potato tree in Hindi
आलू का पौधा लगभग 2 से 3 फिट का होता है और यह तना से लेकर पत्तों तक पूरी तरह से green colour का होता है तथा इसके फूल सफेद रंग और बहुत ही प्यारे खिलते हैं और इसमें जो आलू लगते हैं वह फूलों में नहीं बल्कि मिट्टी के अंदर इसके सफेद जड़ों में गुच्छो के आकार में लगते हैं
information on about potato in Hindi
आलू हमारे भारत में लाल और सफेद दो रंगों में पाए जाते हैं पक्का हुआ आलू शवाद में हल्का मीठा और सब्जी वाला आलू तासीर में गर्म और कच्चा आलू ठंडा होता है यह खाने में जितना स्वाद लगता है उससे कई गुना ज्यादा यह हमारे स्वस्थ के लिए फायदेमंद होता है तो आए आइए जानते हैं आलू के फायदे के बारे में
Benefits of potato in Hindi
1. अगर किसी व्यक्ति को रसोई में काम करते वक्त या किसी कारण वश हाथ पैरों में जल जाता है तो वह कच्चे आलू को कूट कर या काट कर जले हुए स्थान में लगाएं इससे जलन तुरंत शांत हो जाएगा और निशान भी नहीं पड़ेगा
2. अगर आपका वजन बहुत कम है और वजन बढ़ाने की सोच रहे हैं तो बता दें कि केवल 100 ग्राम आलू में लगभग 98 कैलोरीज होती है जो आपका वजन बढ़ाने काफी मदद करेगी
3. अगर किसी के पेट में दर्द हो तो आलू का रस निकालकर पीने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है
4. आलू को भूनकर खाने से या पेट की आंतों की सड़न को ठीक करता है तथा आंतों को मजबूत और शक्ति प्रदान करता है
5. 150g आलू में लगभग 30 मिलीग्राम विटामिन c पाया जाता है जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काफी फायदेमंद होता है
आलू खाने के नुकसान
आलू खाना हर किसी को पसंद होता है इसलिए कई सारे लोग आलू को बहुत ही तेजी से खाते हैं और खाते-खाते इतना ज्यादा खा लेते हैं कि पता ही नहीं चलता कितना खाएं लेकिन खाने वक्त तो वह खा लेता है लेकिन बाद में इससे कई सारे नुकसान भी होते हैं तो आइए जानते हैं आलू के अधिक सेवन से होने वाले नुकसान
1. आलू अधिक खाने से गैस और कब्ज हो सकती है जिससे पेट में दर्द भी शुरू हो सकती है
2. अगर किसी व्यक्ति का वजन बहुत अधिक है तो वह आलू ज्यादा मात्रा में ना खाएं इससे उसका वजन और भी बढ़ सकता है
3. डायबिटीज वाले लोग आलू को कदापि अधिक मात्रा में ना खाएं क्योंकि आलू अधिक खाने से आपके शरीर में काफी तेजी से और अधिक मात्रा में ग्लूकोज पहुंच सकती है इसीलिए अगर आलू खाना है तो आलू के साथ किसी भी अन्य सब्जी बना कर खाएं
4. बवासीर वाले लोग अधिक मात्रा में आलू का सेवन ना करें इससे और भी बढ़ सकता है
5. हरे रंग के आलू और सड़े हुए आलू कभी भी ना खाएं क्योंकि इससे आपको सिर दर्द और डायरिया जैसी कई समस्या हो सकती है
आलू की खेती कैसे की जाती है
1. आलू की खेती करने के लिए सबसे पहले खेत को ट्रैक्टर या हल से जुताई किया जाता है जुताई करने के पश्चात पाटा का प्रयोग करके मिट्टी के बड़े बड़े टुकड़ों को तोड़कर छोटा क्या जाता है
2. और इस प्रक्रिया को 3 से 4 दफा दोहराया जाता है ताकि खेत का मिट्टी ज्यादा से ज्यादा मुलायम हो सके
3. मिट्टी मुलायम होने के बाद आलू को लगाने के लिए आलू का बीज खरीदा जाता है आलू के बीज के लिए अंकुरित और पुराने आलू प्रयोग किया जाता है जिसका वजन 20 ग्राम से लेकर 45 ग्राम तक होता है इससे ज्यादा वजन होने पर वह बीज ज्यादा फायदेमंद नहीं होते हैं
4. अब आलू का बीज खरीदने के बाद मिट्टी को मुलायम की गई खेत में कुदाल की सहायता से निम्न आकार का लंबी तथा हल्की गड्ढा बना दिया जाता है जिसमें एक – एक आलू करके सारे आलू को अपने हाथों से 9 से 10 इंच की दूरी मैं बोया जाता है
5. आलू के बीज को बोया जाने के बाद बगल का मिट्टी कुदाल की सहायता से उठाकर सारे आलू में चढ़ाई क्या जाता है ताकि सारे आलू ढक जाए
6. यह सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सिंचाई करने का समय आता है आलू में सिंचाई करने के लिए आलू के बोने के ठीक तीन से चार दिन बाद किया जाता है
7. और यह ध्यान रहे कि आलू में ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए 8 से 10 दिन में सिर्फ दो बार ही सिंचाई करें
8. दो बार सिंचाई होने के बाद यानी ठीक 10 दिन बाद कुदाल की सहायता से गुड़ाई किया जाता है और आलू के आसपास लगे खरपतवारओं को भी निकाल दिया जाता है ताकि आलू का ग्रोथ अच्छे से हो
9. और फिर यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद आलू की जड़ों में खाद का प्रयोग किया जाता है और फिर ऊपर से मिट्टी की चढ़ाई कर दी जाती है
10. और इसके बाद फिर से सिंचाई शुरू कर दिया जाता है और इस तरह 4 दिनों के अंतराल में सिंचाई करते रहना पड़ता है ताकि आलू अधिक सुखा ना पड़े और इस तरह सिंचाई का प्रक्रिया लगभग 2 से ढाई महीने तक चलता है
11. और अब 2 से ढाई महीने के बाद आलू के पौधों में फुल लगना शुरू हो जाता है और मिट्टी के अंदर आलू भी अच्छे से बड़े आकार में grow हो जाते हैं
12. इस प्रक्रिया नवंबर से पहले शुरू किया जाता है और जनवरी में कुदाल के सहायता से आलू को खोदकर निकाल लिया जाता है और इस तरह यह प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग Three months का समय लग जाता है
questions related to potato in Hindi
1.आलू के बीज कैसे होते हैं
आलू के बीज लगभग 20 से 45 ग्राम होते हैं जो कि अंकुरित होते हैं
2. भारत में आलू कौन लाया और कहां लाया
कहा जाता है कि आलू को भारत में सबसे पहले गोवा में जहांगीर के जमाने में पुर्तगाली व्यापारियों के द्वारा लाया 1498 में लाया गया था
3. आलू सबसे पहले कहां पाया गया
आलू की खेती सबसे पहले दक्षिण अमेरिका के एंडीज में 8000 साल पहले शुरू किया गया था जो फिर पश्चिमी और उत्तरी में भी किस का खेती होना शुरू हुआ
4. आलू का वैज्ञानिक नाम
आलू का वैज्ञानिक नाम Solanum tuberosum हैं
5. आलू में कौन सा अम्ल पाया जाता है
आलू में फोलिक अम्ल पाया जाता है
6. आलू में कितना कार्बोहाइड्रेट होता है
आलू मे 100 ग्राम की मात्रा में 22g कार्बोहाइड्रेट होता है
7. आलू में कितना प्रोटीन होता है
आलू में 100 ग्राम की मात्रा में 2g प्रोटीन होता है
8. आलू में कितना फैट होता है
आलू में 100 ग्राम की मात्रा में 0.1g फैट होता है
9. आलू में क्या पाया जाता है
आलू में 2% स्टार्ट, 2% चीनी, 2% प्रोटीन, 1% खनिज लवण, 0.1% वसा और कुछ मात्रा में विटामिन भी पाए जाते हैं
10. क्या आलू खाने से वजन बढ़ता है
हां आलू को सही तरीका और सही मात्रा में खाने से वजन बढ़ सकता है वह आपके आपके वजन के ऊपर डिपेंड करता है कि आपका वजन कितना है और कितना खाना चाहिए