Hibiscus flower in Hindi – गुड़हल एक खूबसूरत और आकर्षक सा दिखने वाला सुगंध रहित फूल है जिसे ज्यादातर अपने घरो कई मंदिरों या पूजा स्थलों के आस-पास में लगाया जाता है क्योंकि इस फूल का हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करने के लिए काफी अधिक उपयोग मैं लाया जाता है
Hibiscus flower को हिंदी में गुड़हल, जवाकुसुम, ओड्रहुल, अड़हुल, जवा, और अढ़ौल फूल के नाम से जाना जाता है और english में इसे Shoe Flower, Rose mallow, Rose of china, China rose और Hibiscus flower के नाम से जाना जाता हैं तो आइए जानते हैं इस फूल के बारे में और भी कई रोचक जानकारी
गुड़हल फूल की जानकारी | Information about Hibiscus flower in Hindi
गुड़हल एक खूबसूरत और आकर्षक सा दिखने वाला फूल है जो घंटे या घंटी के आकार में होता है और बाहर निकली हुई इसकी केसर होती है यह फूल काफी बड़े साइज में होता है जो करीब 5 सेंटीमीटर तक का होता है जिसमें 5 या 5 से अधिक पंखुड़ियां लगी होती हैं जिनका रंग लाल, गुलाबी, सफेद, बैंगनी या पीला होता है
और जब गुड़हल के फूल फल में बदलते हैं तब इसमें 5 भुजाओं वाले फल लगते हैं जिसके प्रत्येक फांक में बीज होते हैं और यह बीज फल के पकने के बाद अपने आप ही बाहर निकल आते हैं जिसे पुनः पौधे उगाने के लिए उपयोग किया जाता है
गुड़हल का वनस्पतिक नाम – हीबीस्कूस् रोज़ा साइनेन्सिस हैं जो मालवेसी परिवार से संबंधित रखता हैं इस पूरी दुनिया में गुड़हल के 200 से भी अधिक प्रजातियां मौजूद है जो भारत, अफ्रीका, यूरोप आदि कई देशों में भी पाया जाता है
गुड़हल के पौधे की जानकारी
गुड़हल का पौधा एक झाड़ी की तरह होता है जो आमतौर पर गर्म प्रदेशों में पाया जाता है और इसके इन पौधों की लंबाई करीब 10 से 15 मीटर ऊंचा तक बढ़ता है जिसमें कई रंग के सुंदर से फूल खिलते हैं
इस पौधे में लगने वाले पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं जो आकार में भालाकार या या अंडाकार होते हैं जिसके किनारों पर दांते लगी होती है गुड़हल का पौधा वहां अधिक उगते हैं जहां मिट्टी नाम होती है और सूरज की किरने प्रॉपर पौधों पर पड़ती है और इन पौधों को पानी की काफी अधिक आवश्यकता होती है तो आइए अब जानते हैं गुड़हल फूल के उपयोग और फायदे के बारे में
गुड़हल फूल के उपयोग और फायदे | uses and benefits of hibiscus flower in Hindi
1. गुड़हल के फूल, कलियांz पत्ते और जड़ इन सभी को आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है
2. गुड़हल के फूलों को सुखाकर पीसकर एक तरह काले बनाया जाता है जिसे त्वचा पर लगाने से त्वचा कोमल व मुलायम बनती है
3. गुड़हल के फूलों से चाय भी बनाया जाता है जो स्वस्थ के लिए काफी लाभदायक होता है
4. गुड़हल के फूलों को देवी और भगवान गणेश को पूजा में अर्पित किया जाता है
5. गुड़हल के पत्तों और फूलों को पीसकर लेप बनाकर बालों में लगाने से बाल के झड़ने और रुसी होने जैसी कई समस्याओं को दूर करने में काफी लाभ मिलता है
6. गुड़हल के फूलों को परंपरागत हवाई महिलाओं द्वारा कान के पीछे से टिका कर पहना जाता है जिसका मतलब होता है कि वह महिला विवाह के लिए उपलब्ध है
7. इसके जड़ों को पीसकर कई तरह के रोगों को दूर करने वाले औषधि बनाई जाती है
8. गुड़हल के फूल का अर्क हमारे हृदय के लिए काफी फायदेमंद होता है इसमें एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में काफी मददगार होते हैं
9. गुड़हल के फूलों को भारत के शादियों और समारोह में सजाने के लिए प्रयोग किया जाता है
10. गुड़हल के कई प्रजातियां हैं जिनमें कुछ वार्षिक और कुछ बहू वार्षिक होते हैं
11. गुड़हल की दो प्रजातियां मलेशिया और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय फूल है
12. गुड़हल की एक प्रजाति का नाम “शेरोन का गुलाब” है जो चीन में पाया जाता है जिसका उपयोग वहां के लोग जूता पॉलिश करने के लिए भी करते हैं
13. गुड़हल को कई देशों में चटनी, सूप, सलाद आदि बनाकर में सेवन किया जाता है
14. गुड़हल के जड़ों को काटकर साफ करके मुंह के छालों को ठीक करने के लिए मुंह में रखकर चबाया जाता है और रस को तो थूका जाता है मुंह के छालों को ठीक करने में काफी लाभदायक होता है
15. गुड़हल के पत्तियों से बने काढ़ा का सेवन करने से सर्दी, खांसी, जुकाम आदि में लाभ मिलता है
16. गुड़हल के फूलों और पत्तियों को गर्भवती महिलाओं को सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे नुकसान भी हो सकते हैं
17. गुड़हल के बारी भाग वाले के केसर को हटाकऱ इसको फूलों को डायरेक्ट खाया भी जाता है
Read More
तो दोस्तों ये थी गुड़हल फूल यानी Hibiscus flower in Hindi के बारे में कुछ रोचक जानकारी अगर आप लोगों को यह पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें