1 महीने गर्भावस्था के लक्षण | Pregnancy first month in Hindi

1 महीने गर्भावस्था के लक्षण – ऐसे कई सारे महिला है। जो अपने प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में काफी परेशान रहती हैं। उनके मन में हमेशा यह प्रश्न उठते रहता है। कि प्रेगनेंसी है या नहीं?, प्रेगनेंसी के बारे में कैसे पता करें?, प्रेगनेंसी के लक्षण क्या है? ऐसे कई सवाल होते हैं। जो प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के मन में हमेशा उठते रहती हैं।

तो आइए आज इस लेख में जानते हैं। कि प्रेगनेंसी पता करने के लिए लक्षण , साथ ही प्रेगनेंसी है या नहीं इसकी सही जानकारी कैसे पता लगा सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं।

1 महीने गर्भावस्था के लक्षण | Pregnancy first month in Hindi

प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में महिला के शरीर में कई तरह के नये बदलाव होने लगते हैं। जो निम्नलिखित हैं।

1 महीने गर्भावस्था के लक्षण

1. पीरियड्स का मिस होना

पीरियड्स  मिस होना प्रेगनेंसी होने के शुरुआती लक्षण माना जाता है। क्योंकि प्रेगनेंसी के बाद प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन का निर्माण होता है। जिससे मासिक धर्म रुक जाता है।

लेकिन कभी कबार स्वस्थ समस्याओं के कारण भी पीरियड मिस हो सकते हैं। जिसे जांच करने के लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह या प्रेगनेंसी किट की सहायता ले सकते हैं।

2. कब्ज व गैस होना

प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में गर्भावस्था के दौरान हार्मोन का स्तर बढ़ने से पाचन क्रिया थोड़ी कमजोर हो जाती है। जिसके कारण पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज व गैस होना, पेट में हल्का ऐंठन व दर्द होना या फिर पेट फूलने की समस्या हो सकती है।

3. बार बार पेशाब जाना

गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में महिलाएं बार बार पेशाब जाने की भी लक्षण नजर आ सकते हैं। जो कि प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ने से होती है। जिसमें किडनी अधिक मात्रा में तरल पदार्थ बाहर निकालने लगता है। जो कि पेशाब के साथ बाहर निकलती है।

4. जी मिचलाना और चक्कर आना

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में से यह भी एक शुरुआती लक्षण है। जिसमें कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान जी मिचलाने और चक्कर आने की समस्या हो सकती हैं।

5. थकान होना

प्रेगनेंसी के दौरान थकान होना भी एक शुरुआती लक्षण है। जो काफी आम बात है। इसमें थकान होना और उर्जाहीन महसूस करना या अधिक नींद आने की समस्या अनुभव भी कर सकती हैं। जो प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के बढ़ने से होता है।

6. उल्टी होना

गर्भावस्था के दौरान उल्टी होना भी एक आम लक्षण है। जो शुरुआती लक्षणों में से एक है। यह समस्या प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में वृद्धि के कारण होता है। जो सुबह ही नहीं बल्कि कभी भी हो सकता है।

7. खाने की इच्छा में बदलाव होना

अक्सर आपने सुना होगा कि महिलाओं को अक्सर प्रेगनेंसी के दौरान खट्टा खाने का बड़ा मन करता है। जो हो सकता है। या फिर ऐसा भी हो सकता है। जिसे आप पहले खाने में ज्यादा पसंद करती थी। लेकिन अब उस खाना से चिड़न होती है। और उसे खाने लगती हैं। जो पसंद ना हो । ऐसे कई लक्षण होते हैं। जो कि गर्भावस्था दौरान आपके हार्मोन में परिवर्तन के कारण होता है। जिन्हें आप प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में अनुभव कर सकती हैं।

8. स्तनों में दर्द व निपल्स में दर्द या निपल्स रंग में परिवर्तन

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाएं इन शुरुआती लक्षणों का भी अनुभव कर सकते हैं । जिसमें निपल्स में दर्द के साथ स्तनों में दर्द व निपल्स के रंग में भूरे से काले की और परिवर्तन होना नजर आ सकता है। इसके अलावा स्तनों का आकार बड़ा होना और स्तनों में अधिक नशे भी नजर आ सकती है। जिसे आप प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में अनुभव कर सकती हैं।

9. रक्तस्राव और ऐंठन होना

जब गर्भाशय में अंडा निषेचित होता है। तब गर्भधारण करने वाली महिलाओं को हल्का सा रक्तस्राव हो सकता है। जिसका रंग आमतौर पर पीरियड्स के रंग से थोड़ा अलग हो सकता है। इसके साथ ही ऐंठन की भी समस्या हो सकती है। जो गर्भधारण करने के सप्ताह से 10 दिन बाद यह लक्षण नजर आ सकता हैं।

10. कभी खुशी कभी ग़म होना

गर्भावस्था के दौरान हार्मोन का स्तर बढ़ने से भावनात्मक पर भी असर पड़ता है। जिसमें महिलाएं कभी बिना बात के उदास हो जाती है, तो कभी खुश हो जाती है, यहां तक कि प्रेग्नेंट महिलाओं में बिना बात की रोने की भी लक्षण नजर आ सकते हैं। इसके अलावा चिड़चिड़ापन होना, बार-बार गुस्सा करना, आदि समस्या हो सकती है। जिसे आप अपने प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में अनुभव कर सकती हैं।

प्रेगनेंसी है या नहीं कैसे चेक करें

यदि पीरियड्स मिस हुई है और जानना चाहती है। कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं तो आप इसके लिए प्रेगनेंसी टेस्ट किट का प्रयोग कर सकती हैं। जो प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए सबसे सस्ता और अच्छा माध्यम माना जाता है। जिस पर आप भरोसा कर सकती हैं। तो आइए जानते हैं। प्रेगनेंसी किट कैसे काम करता है, प्रेगनेंसी किट इस्तेमाल करने का सही तरीका और सही समय के बारे में।

प्रेगनेंसी किट कैसे काम करती है

जब निषेचन की प्रक्रिया पूरी होती है और निषेचित अंडा गर्भाशय में स्थापित होता है। तो इसके बाद आपके शरीर में HCG नामक हार्मोन बनने लगता है। जिसका स्तर गर्भावस्था के दौरान काफी अधिक होता है। जिसके कारण हार्मोन यूरिन में भी मौजूद होता है। महिला के शरीर में HCG नामक हार्मोन का होना ही या दर्शाती है। कि आप प्रेग्नेंट है।

प्रेगनेंसी टेस्ट किट का इस्तेमाल कैसे करें

1. प्रेगनेंसी टेस्ट किट इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले इसे अपने नजदीक की मेडिकल स्टोर से खरीद लाए। जो बिना किसी डॉक्टर प्रिसक्रिप्शन की आसानी से मिल जाती है।

2. बहुत सी कंपनियों की आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए किट मिल जाएगी। जिसमें आप किसी भी कंपनी का ले सकते हैं। जो लगभग एक प्रकार से काम करती हैं और एक ही समान रिजल्ट देती है।

3. इसके पैकेट को खोले जिसमे एक छोटी पर्ची होती है। जिसमें आपको प्रेगनेंसी टेस्ट किट उपयोग करने के निर्देश दिए होते हैं। जो आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट कैसे इस्तेमाल करना है। उसमें मदद मिल सकती है।

4. अब आप सवेरे में अपने पेशाब को कैसे कंटेनर में डालकर इकट्ठा कर ले।

5. अब प्रेगनेंसी किट को लाएं और उसमें मौजूद ड्रॉप की मदद से तीन ड्रॉप पेशाब को उस टेस्ट किट के सैंपल वैल पर डाल दें, और रिजल्ट के लिए 2 से 5 मिनट इंतजार करें।

6. टेस्ट करने के बाद अगर दो गुलाबी लाइनें दिखाई देती है। तो इसका मतलब है। आप प्रेग्नेंट है।

7. और अगर एक ही लाइन दिखाई दे रही हैं। तो आप प्रेग्नेंट नहीं है।

8. और अगर कोई भी लाइन नहीं आ रही हैं। तो इसका मतलब आप का टेस्ट किट खराब है। या एक्सपायर हो चुकी है। या आपने ठीक से टेस्ट नहीं किया।

9. क्योंकि यदि आपका किट सही है और सही से टेस्ट करते हैं तो एक लाइन हमेशा जरूर आती हैं।

10. किट प्रयोग करने के बाद इसे फेंक दें। यह दुबारा प्रयोग के लिए नहीं होती है।

11. यदि आपका प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव (negative) आता है। तो आप फिर 4 से 5 दिन बाद नया किट लेकर टेस्ट कर सकती हैं।

प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए

आमतौर पर प्रेगनेंसी टेस्ट पीरियड मिस होने के हफ्ते बाद किया जाता है। जिसमें प्रेगनेंसी का पता लग जाता है। लेकिन कुछ कंपनियां दावा करती है। कि पीरियड मिस होने के 2 से 3 दिन बाद भी प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं।

प्रेगनेंसी किट दिन के किस समय करना चाहिए

वैसे तो प्रेगनेंसी किट प्रयोग दिन में कभी भी कर सकती हैं। लेकिन सुबह के समय और सुबह की पहली पेशाब से टेस्ट करने पर परिणाम बेहतर मिलते हैं।

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